महाभारतम् — 12.15.4
Original
Segmented
दण्डेन रक्ष्यते धान्यम् धनम् दण्डेन रक्ष्यते एतद् विद्वन्न् उपादत्स्व स्व-भावम् पश्य लौकिकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दण्डेन | दण्ड | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| रक्ष्यते | रक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धान्यम् | धान्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दण्डेन | दण्ड | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| रक्ष्यते | रक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विद्वन्न् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| उपादत्स्व | उपादा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| लौकिकम् | लौकिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |