महाभारतम् — 12.150.27
Original
Segmented
नारद उवाच शल्मले विपरीतम् ते दर्शनम् न अत्र संशयः न हि वायोः बलेन अस्ति भूतम् तुल्य-बलम् क्वचित्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शल्मले | शल्मलि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| विपरीतम् | विपरीत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |