महाभारतम् — 12.153.5
Original
Segmented
श्रोतुम् इच्छामि तत्त्वेन यथावद् इह पार्थिव अज्ञान-प्रभवम् हि इदम् यद् दुःखम् उपलभ्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| यथावद् | यथावत् | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अज्ञान | अज्ञान | pos=n,comp=y |
| प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उपलभ्यते | उपलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |