महाभारतम् — 12.157.10
Original
Segmented
प्रीतेः शोकः प्रभवति वियोगात् तस्य देहिनः यदा निरर्थकम् वेत्ति तदा सद्यः प्रणश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रीतेः | प्रीति | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| शोकः | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वियोगात् | वियोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| देहिनः | देहिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यदा | यदा | pos=i |
| निरर्थकम् | निरर्थक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वेत्ति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तदा | तदा | pos=i |
| सद्यः | सद्यस् | pos=i |
| प्रणश्यति | प्रणश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |