महाभारतम् — 12.157.7
Original
Segmented
लोभात् क्रोधः प्रभवति पर-दोषैः उदीर्यते क्षमया तिष्ठते राजञ् श्रीमान् च विनिवर्तते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लोभात् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| क्रोधः | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उदीर्यते | उदीरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| क्षमया | क्षमा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तिष्ठते | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| विनिवर्तते | विनिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |