महाभारतम् — 12.159.42
Original
Segmented
सहस्रम् तु एव वर्षाणाम् निपात्य नरके वसेत् तस्मात् न एव अवगूर्यात् हि न एव जातु निपातयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| वर्षाणाम् | वर्ष | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| निपात्य | निपातय् | pos=vi |
| नरके | नरक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वसेत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अवगूर्यात् | अवगृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| हि | हि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| निपातयेत् | निपातय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |