महाभारतम् — 12.160.3
Original
Segmented
विशीर्णे कार्मुके राजन् प्रक्षीणेषु च वाजिषु खड्गेन शक्यते युद्धे साधु आत्मा परिरक्षितुम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विशीर्णे | विशृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| कार्मुके | कार्मुक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रक्षीणेषु | प्रक्षि | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| वाजिषु | वाजिन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| खड्गेन | खड्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शक्यते | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिरक्षितुम् | परिरक्ष् | pos=vi |