महाभारतम् — 12.160.35
Original
Segmented
काञ्चनैः यज्ञ-भाण्डैः च भ्राजिष्णुभिः अलंकृतम् वृतम् देव-गणैः च एव प्रबभौ यज्ञ-मण्डलम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| काञ्चनैः | काञ्चन | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| भाण्डैः | भाण्ड | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| भ्राजिष्णुभिः | भ्राजिष्णु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| अलंकृतम् | अलंकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| वृतम् | वृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| प्रबभौ | प्रभा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| मण्डलम् | मण्डल | pos=n,g=n,c=1,n=s |