महाभारतम् — 12.161.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्ते भीष्मे तु तूष्णींभूते युधिष्ठिरः पप्रच्छ अवसरम् गत्वा भ्रातॄन् विदुर-पञ्चमान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्ते | वच् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| भीष्मे | भीष्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तूष्णींभूते | तूष्णींभूत | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अवसरम् | अवसर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विदुर | विदुर | pos=n,comp=y |
| पञ्चमान् | पञ्चम | pos=a,g=m,c=2,n=p |