महाभारतम् — 12.161.11
Original
Segmented
अर्थ इति एव सर्वेषाम् कर्मणाम् अव्यतिक्रमः न ऋते ऽर्थेन वर्तेते धर्म-कामौ इति श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्थ | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| अव्यतिक्रमः | अव्यतिक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| ऽर्थेन | अर्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वर्तेते | वृत् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कामौ | काम | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |