महाभारतम् — 12.161.3
Original
Segmented
कस्मिन् च आत्मा नियम् त्रिवर्ग-विजयाय वै संतुष्टा नैष्ठिकम् वाक्यम् यथावद् वक्तुम् अर्हथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कस्मिन् | क | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नियम् | नियम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| त्रिवर्ग | त्रिवर्ग | pos=n,comp=y |
| विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| संतुष्टा | संतुष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| नैष्ठिकम् | नैष्ठिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथावद् | यथावत् | pos=i |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| अर्हथ | अर्ह् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |