महाभारतम् — 12.162.38
Original
Segmented
ततः कदाचिद् अपरो द्विजः तम् देशम् आगमत् जटी चीर-अजिन-धरः स्वाध्याय-परमः शुचिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
| अपरो | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| द्विजः | द्विज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आगमत् | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| जटी | जटिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चीर | चीर | pos=n,comp=y |
| अजिन | अजिन | pos=n,comp=y |
| धरः | धर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
| परमः | परम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |