महाभारतम् — 12.162.7
Original
Segmented
दीर्घसूत्रो ऽनृजुः कष्टो गुरु-दार-प्रधर्षकः व्यसने यः परित्यागी दुरात्मा निरपत्रपः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दीर्घसूत्रो | दीर्घसूत्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽनृजुः | अनृजु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कष्टो | कष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| दार | दार | pos=n,comp=y |
| प्रधर्षकः | प्रधर्षक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| व्यसने | व्यसन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परित्यागी | परित्यागिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दुरात्मा | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| निरपत्रपः | निरपत्रप | pos=a,g=m,c=1,n=s |