महाभारतम् — 12.162.8
Original
Segmented
सर्वतः पाप-दर्शी च नास्तिको वेद-निन्दकः संप्रकृ-इन्द्रियः लोके यः काम-निरतः चरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| दर्शी | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| नास्तिको | नास्तिक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वेद | वेद | pos=n,comp=y |
| निन्दकः | निन्दक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| संप्रकृ | संप्रकृ | pos=va,comp=y,f=part |
| इन्द्रियः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| निरतः | निरम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |