महाभारतम् — 12.163.8
Original
Segmented
शाल-ताल-धव-अश्वत्थ-त्वचा-अगुरु-वनैः तथा चन्दनस्य च मुख्यस्य पादपैः उपशोभितम् गिरि-प्रस्थेषु रम्येषु शुभेषु सु सुगन्धिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शाल | शाल | pos=n,comp=y |
| ताल | ताल | pos=n,comp=y |
| धव | धव | pos=n,comp=y |
| अश्वत्थ | अश्वत्थ | pos=n,comp=y |
| त्वचा | त्वचा | pos=n,comp=y |
| अगुरु | अगुरु | pos=n,comp=y |
| वनैः | वन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| चन्दनस्य | चन्दन | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| मुख्यस्य | मुख्य | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| पादपैः | पादप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| प्रस्थेषु | प्रस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| रम्येषु | रम्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| शुभेषु | शुभ | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| सुगन्धिन् | सुगन्धिन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |