महाभारतम् — 12.164.13
Original
Segmented
प्रादुर्भूतो ऽस्मि ते मित्रम् सुहृद्-त्वम् च मम त्वयि सो ऽहम् तथा यतिष्यामि भविष्यसि यथा अर्थवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रादुर्भूतो | प्रादुर्भू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| यतिष्यामि | यत् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| भविष्यसि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| यथा | यथा | pos=i |
| अर्थवान् | अर्थवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |