महाभारतम् — 12.164.3
Original
Segmented
भीष्म उवाच तस्मै दत्त्वा स सत्कारम् विधि-दृष्टेन कर्मणा शाल-पुष्प-मयीम् दिव्याम् बृसीम् समुपकल्पयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत्कारम् | सत्कार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विधि | विधि | pos=n,comp=y |
| दृष्टेन | दृश् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| शाल | शाल | pos=n,comp=y |
| पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
| मयीम् | मय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| दिव्याम् | दिव्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| बृसीम् | बृसी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| समुपकल्पयत् | समुपकल्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |