महाभारतम् — 12.168.12
Original
Segmented
सेनजिद् उवाच का बुद्धिः किम् तपो विप्र कः समाधिः तपोधनैः किम् ज्ञानम् किम् श्रुतम् वा ते यत् प्राप्य न विषीदसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सेनजिद् | सेनजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समाधिः | समाधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तपोधनैः | तपोधन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रुतम् | श्रुत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| विषीदसि | विषद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |