महाभारतम् — 12.168.18
Original
Segmented
तृष्णा-आर्ति-प्रभवम् दुःखम् दुःख-आर्ति-प्रभवम् सुखम् सुखात् संजायते दुःखम् एवम् एतत् पुनः पुनः सुखस्य अनन्तरम् दुःखम् दुःखस्य अनन्तरम् सुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तृष्णा | तृष्णा | pos=n,comp=y |
| आर्ति | आर्ति | pos=n,comp=y |
| प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्ति | आर्ति | pos=n,comp=y |
| प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखात् | सुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| संजायते | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| सुखस्य | सुख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अनन्तरम् | अनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुःखस्य | दुःख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अनन्तरम् | अनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |