महाभारतम् — 12.17.22
Original
Segmented
यदा भूत-पृथग्भावम् एकस्थम् अनुपश्यति तत एव च विस्तारम् ब्रह्म सम्पद्यते तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| भूत | भूत | pos=n,comp=y |
| पृथग्भावम् | पृथग्भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एकस्थम् | एकस्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अनुपश्यति | अनुपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत | ततस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| विस्तारम् | विस्तार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सम्पद्यते | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तदा | तदा | pos=i |