महाभारतम् — 12.170.6
Original
Segmented
न वै चरसि यत् श्रेयः आत्मनो वा यद् ईहसे अकाम-आत्मा अपि हि सदा धुरम् उद्यम्य च एव हि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्मनो | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ईहसे | ईह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| अकाम | अकाम | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| सदा | सदा | pos=i |
| धुरम् | धुर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उद्यम्य | उद्यम् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |