महाभारतम् — 12.171.28
Original
Segmented
अनुतर्षुल एव अर्थः स्वादु गाङ्गम् इव उदकम् मद्-विलापनम् एतत् तु प्रतिबुद्धो ऽस्मि संत्यज
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनुतर्षुल | अनुतर्षुल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वादु | स्वादु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| गाङ्गम् | गाङ्ग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उदकम् | उदक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| विलापनम् | विलापन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| प्रतिबुद्धो | प्रतिबुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| संत्यज | संत्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |