महाभारतम् — 12.171.48
Original
Segmented
यद् यत् त्यजति कामानाम् तत् सुखस्य अभिपूर्यते कामस्य वशगो नित्यम् दुःखम् एव प्रपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्यजति | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कामानाम् | काम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखस्य | सुख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अभिपूर्यते | अभिपूरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कामस्य | काम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वशगो | वशग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| प्रपद्यते | प्रपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |