महाभारतम् — 12.173.46
Original
Segmented
हेतुवादान् प्रवदिता वक्ता संसत्सु हेतुमत् आक्रोष्टा च अभिवक्ता च ब्रह्म-यज्ञेषु वै द्विजान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हेतुवादान् | हेतुवाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रवदिता | प्रवदितृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वक्ता | वक्तृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| संसत्सु | संसद् | pos=n,g=,c=7,n=p |
| हेतुमत् | हेतुमत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| आक्रोष्टा | आक्रोष्टृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिवक्ता | अभिवक्तृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| द्विजान् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=p |