महाभारतम् — 12.173.5
Original
Segmented
वैश्यः कश्चिद् ऋषिम् तात काश्यपम् संशित-व्रतम् रथेन पातयामास श्रीमान् दृप्तः तपस्विनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैश्यः | वैश्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| काश्यपम् | काश्यप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संशित | संशित | pos=a,comp=y |
| व्रतम् | व्रत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पातयामास | पातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दृप्तः | दृप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |