महाभारतम् — 12.175.31
Original
Segmented
पठन्ति च एव मुनयः शास्त्रेषु विविधेषु च त्रैलोक्ये सागरे च एव प्रमाणम् विहितम् यथा अदृश्याय तु अगम्याय कः प्रमाणम् उदाहरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पठन्ति | पठ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| मुनयः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| शास्त्रेषु | शास्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| विविधेषु | विविध | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| त्रैलोक्ये | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| प्रमाणम् | प्रमाण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विहितम् | विधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यथा | यथा | pos=i |
| अदृश्याय | अदृश्य | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अगम्याय | अगम्य | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रमाणम् | प्रमाण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उदाहरेत् | उदाहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |