महाभारतम् — 12.180.11
Original
Segmented
भरद्वाज उवाच यदि अग्नि-मारुतौ भूमिः खम् आपः च शरीरिषु जीवः किंलक्षणः तत्र इति एतत् आचक्ष्व मे ऽनघ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भरद्वाज | भरद्वाज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यदि | यदि | pos=i |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| मारुतौ | मारुत | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| खम् | ख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आपः | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| शरीरिषु | शरीरिन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| जीवः | जीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किंलक्षणः | किंलक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |