महाभारतम् — 12.183.1
Original
Segmented
भृगुः उवाच सत्यम् ब्रह्म तपः सत्यम् सत्यम् सृजति च प्रजाः सत्येन धार्यते लोकः स्वर्गम् सत्येन गच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भृगुः | भृगु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सृजति | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धार्यते | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |