महाभारतम् — 12.184.10
Original
Segmented
गार्हस्थ्यम् खलु द्वितीयम् आश्रमम् वदन्ति तस्य समुदाचार-लक्षणम् सर्वम् अनुव्याख्यास्यामः समावृत्तानाम् स दाराणाम् सहधर्म-चर्या-फल-अर्थिन् गृहाश्रमो विधीयते धर्म-अर्थ-काम-अवाप्तिः हि अत्र त्रिवर्ग-साधनम् अवेक्ष्य अगर्हितेन कर्मणा धनानि आदाय स्वाध्याय-प्रकर्ष-उपलब्धेन ब्रह्मर्षि-निर्मितेन वा अद्रिसार-गतेन वा हव्य-नियम-अभ्यास-दैवत-प्रसाद-उपलब्धेन वा धनेन गृहस्थो गार्हस्थ्यम् प्रवर्तयेत् तत् हि सर्व-आश्रमानाम् मूलम् उदाहरन्ति गुरु-कुल-वासिनः परिव्राजका ये च अन्ये संकल्पय्-व्रत-नियम-धर्म-अनुष्ठायिन् तेषाम् अपि अतस् एव भिक्षा-बलि-संविभागाः प्रवर्तन्ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गार्हस्थ्यम् | गार्हस्थ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| खलु | खलु | pos=i |
| द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वदन्ति | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समुदाचार | समुदाचार | pos=n,comp=y |
| लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुव्याख्यास्यामः | अनुव्याख्या | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
| समावृत्तानाम् | समावृत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| स | स | pos=i |
| दाराणाम् | दार | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सहधर्म | सहधर्म | pos=n,comp=y |
| चर्या | चर्या | pos=n,comp=y |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| अर्थिन् | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| गृहाश्रमो | गृहाश्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| अवाप्तिः | अवाप्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| त्रिवर्ग | त्रिवर्ग | pos=n,comp=y |
| साधनम् | साधन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
| अगर्हितेन | अगर्हित | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धनानि | धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
| प्रकर्ष | प्रकर्ष | pos=n,comp=y |
| उपलब्धेन | उपलभ् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,comp=y |
| निर्मितेन | निर्मा | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| वा | वा | pos=i |
| अद्रिसार | अद्रिसार | pos=n,comp=y |
| गतेन | गम् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| वा | वा | pos=i |
| हव्य | हव्य | pos=n,comp=y |
| नियम | नियम | pos=n,comp=y |
| अभ्यास | अभ्यास | pos=n,comp=y |
| दैवत | दैवत | pos=n,comp=y |
| प्रसाद | प्रसाद | pos=n,comp=y |
| उपलब्धेन | उपलभ् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| वा | वा | pos=i |
| धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| गृहस्थो | गृहस्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गार्हस्थ्यम् | गार्हस्थ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रवर्तयेत् | प्रवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| आश्रमानाम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उदाहरन्ति | उदाहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| वासिनः | वासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| परिव्राजका | परिव्राजक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| संकल्पय् | संकल्पय् | pos=va,comp=y,f=part |
| व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
| नियम | नियम | pos=n,comp=y |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अनुष्ठायिन् | अनुष्ठायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| अतस् | अतस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| भिक्षा | भिक्षा | pos=n,comp=y |
| बलि | बलि | pos=n,comp=y |
| संविभागाः | संविभाग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रवर्तन्ते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |