महाभारतम् — 12.187.21
Original
Segmented
पुरुष-धिष्ठिता बुद्धिः त्रिषु भावेषु वर्तते कदाचिल् लभते प्रीतिम् कदाचिद् अनुशोचति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| धिष्ठिता | अधिष्ठा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| भावेषु | भाव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कदाचिल् | कदाचिद् | pos=i |
| लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
| अनुशोचति | अनुशुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |