महाभारतम् — 12.187.8
Original
Segmented
शब्दः श्रोत्रम् तथा खानि त्रयम् आकाश-योनि-जम् वायोः त्वच्-स्पर्श-चेष्टाः च वाग् इति एतत् चतुष्टयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शब्दः | शब्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रोत्रम् | श्रोत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| खानि | ख | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आकाश | आकाश | pos=n,comp=y |
| योनि | योनि | pos=n,comp=y |
| जम् | ज | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्वच् | त्वच् | pos=n,comp=y |
| स्पर्श | स्पर्श | pos=n,comp=y |
| चेष्टाः | चेष्टा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| चतुष्टयम् | चतुष्टय | pos=n,g=n,c=1,n=s |