महाभारतम् — 12.19.21
Original
Segmented
अस्मिन्न् एवम् सूक्ष्म-गन्तव्ये मार्गे सद्भिः निषेविते कथम् अर्थम् अनर्थ-आढ्यम् अर्जुन त्वम् प्रशंससि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| सूक्ष्म | सूक्ष्म | pos=a,comp=y |
| गन्तव्ये | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=krtya |
| मार्गे | मार्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सद्भिः | सत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| निषेविते | निषेव् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनर्थ | अनर्थ | pos=n,comp=y |
| आढ्यम् | आढ्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रशंससि | प्रशंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |