महाभारतम् — 12.192.48
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच परमम् गृह्यताम् तस्य फलम् यत् जपितम् मया अर्धम् त्वम् अविचारेण फलम् तस्य समाप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| गृह्यताम् | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जपितम् | जप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अर्धम् | अर्ध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अविचारेण | अविचार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| समाप्नुहि | समाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |