महाभारतम् — 12.192.52
Original
Segmented
राजा उवाच अज्ञातम् अस्य धर्मस्य फलम् मे किम् करिष्यति प्राप्नोतु तत् फलम् विप्रो न अहम् इच्छे स संशयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अज्ञातम् | अज्ञात | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| प्राप्नोतु | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विप्रो | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इच्छे | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| स | स | pos=i |
| संशयम् | संशय | pos=n,g=n,c=2,n=s |