महाभारतम् — 12.196.15
Original
Segmented
यथा चन्द्रो हि अमावास्याम् अलिङ्ग-त्वात् न दृश्यते न च नाशो ऽस्य भवति तथा विद्धि शरीरिणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| चन्द्रो | चन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अमावास्याम् | अमावासी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| अलिङ्ग | अलिङ्ग | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| नाशो | नाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तथा | तथा | pos=i |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| शरीरिणम् | शरीरिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |