महाभारतम् — 12.201.18
Original
Segmented
त्वष्टुः च एव आत्मजः श्रीमान् विश्वरूपो महा-यशाः अजैकपाद् अहिर्बुध्न्यो विरूपाक्षो ऽथ रैवतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वष्टुः | त्वष्टृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विश्वरूपो | विश्वरूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अजैकपाद् | अजैकपाद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अहिर्बुध्न्यो | अहिर्बुध्न्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विरूपाक्षो | विरूपाक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| रैवतः | रैवत | pos=n,g=m,c=1,n=s |