महाभारतम् — 12.203.35
Original
Segmented
नव-द्वारम् पुरम् पुण्यम् एतैः भावैः समन्वितम् व्याप्य शेते महान् आत्मा तस्मात् पुरुष उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नव | नवन् | pos=n,comp=y |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| एतैः | एतद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भावैः | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समन्वितम् | समन्वित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| व्याप्य | व्याप् | pos=vi |
| शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |