महाभारतम् — 12.205.31
Original
Segmented
रजसा धर्म-युक्तानि कार्याणि अपि समाप्नुयात् अर्थ-युक्तानि च अत्यर्थम् कामान् सर्वान् च सेवते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| युक्तानि | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| कार्याणि | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| समाप्नुयात् | समाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| युक्तानि | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| सेवते | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |