महाभारतम् — 12.207.9
Original
Segmented
जिह्वया रसनम् यत् च तद् एव परिवर्जितम् बुद्ध्या च व्यवसायेन ब्रह्मचर्यम् अकल्मषम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जिह्वया | जिह्वा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| रसनम् | रसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| परिवर्जितम् | परिवर्जय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| व्यवसायेन | व्यवसाय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| ब्रह्मचर्यम् | ब्रह्मचर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अकल्मषम् | अकल्मष | pos=a,g=n,c=1,n=s |