महाभारतम् — 12.208.17
Original
Segmented
धृतिमान् आत्मवान् बुद्धिम् निगृह्णीयाद् असंशयम् मनो बुद्ध्या निगृह्णीयाद् विषयान् मनसा आत्मनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतिमान् | धृतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| निगृह्णीयाद् | निग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| असंशयम् | असंशयम् | pos=i |
| मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| निगृह्णीयाद् | निग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| विषयान् | विषय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |