महाभारतम् — 12.208.23
Original
Segmented
प्रवृत्तम् न उपरुन्धेत शनैः अग्निम् इव इन्धयेत् ज्ञान-इन्धितम् ततो ज्ञानम् अर्क-वत् संप्रकाशते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रवृत्तम् | प्रवृत् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| उपरुन्धेत | उपरुध् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शनैः | शनैस् | pos=i |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| इन्धयेत् | इन्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| इन्धितम् | इन्धय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अर्क | अर्क | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| संप्रकाशते | सम्प्रकास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |