महाभारतम् — 12.210.1
Original
Segmented
गुरुः उवाच न स वेद परम् धर्मम् यो न वेद चतुष्टयम् व्यक्त-अव्यक्ते च यत् तत्त्वम् सम्प्राप्तम् परम-ऋषिणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| चतुष्टयम् | चतुष्टय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्यक्त | व्यक्त | pos=a,comp=y |
| अव्यक्ते | अव्यक्त | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सम्प्राप्तम् | सम्प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |