महाभारतम् — 12.210.28
Original
Segmented
मर्त्य-लोकात् विमुच्यन्ते विद्या-संयुज्-मानसाः ब्रह्म-भूताः विरजस् ततस् यान्ति पराम् गतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मर्त्य | मर्त्य | pos=n,comp=y |
| लोकात् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विमुच्यन्ते | विमुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
| संयुज् | संयुज् | pos=va,comp=y,f=part |
| मानसाः | मानस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| भूताः | भू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| विरजस् | विरजस् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |