महाभारतम् — 12.210.31
Original
Segmented
ज्ञात्वा आत्म-स्थम् हरिम् च एव निवर्तन्ते न ते ऽव्ययाः प्राप्य तत् परमम् स्थानम् मोदन्ते ऽक्षरम् अव्ययम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| हरिम् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| निवर्तन्ते | निवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| न | न | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽव्ययाः | अव्यय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मोदन्ते | मुद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऽक्षरम् | अक्षर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अव्ययम् | अव्यय | pos=a,g=n,c=2,n=s |