महाभारतम् — 12.213.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच किम् कुर्वन् सुखम् आप्नोति किम् कुर्वन् दुःखम् आप्नुते किम् कृ-निर्भयः लोके सिद्धः चरति भारत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आप्नोति | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आप्नुते | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृ | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| निर्भयः | निर्भय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सिद्धः | सिद्ध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चरति | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |