महाभारतम् — 12.216.27
Original
Segmented
न हि दुःखेषु शोचन्ति न प्रहृष्यन्ति च ऋद्धीषु कृतप्रज्ञा ज्ञान-तृप्ताः क्षान्ताः सन्तो मनीषिणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| दुःखेषु | दुःख | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| शोचन्ति | शुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| न | न | pos=i |
| प्रहृष्यन्ति | प्रहृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |
| ऋद्धीषु | ऋद्धि | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| कृतप्रज्ञा | कृतप्रज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| तृप्ताः | तृप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| क्षान्ताः | क्षम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सन्तो | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| मनीषिणः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |