महाभारतम् — 12.218.15
Original
Segmented
अपाकृता ततः शक्र त्वयि वत्स्यामि वासव अप्रमत्तेन धृ अस्मि तपसा विक्रमेण च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपाकृता | अपाकृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| ततः | ततस् | pos=i |
| शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| वत्स्यामि | वस् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| वासव | वासव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अप्रमत्तेन | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| धृ | धृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| विक्रमेण | विक्रम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |