महाभारतम् — 12.219.7
Original
Segmented
यथा यथा हि पुरुषः कल्याणे कुरुते मनः तदा एव अस्य प्रसीदन्ति सर्व-अर्थाः न अत्र संशयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| पुरुषः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कल्याणे | कल्याण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| प्रसीदन्ति | प्रसद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |