महाभारतम् — 12.22.2
Original
Segmented
क्षत्र-धर्मेण धर्म-ज्ञ प्राप्य राज्यम् अनुत्तमम् जित्वा च अरीन् नर-श्रेष्ठ तप्यते किम् भवान् भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षत्र | क्षत्र | pos=n,comp=y |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| जित्वा | जि | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| अरीन् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तप्यते | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| किम् | किम् | pos=i |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |