महाभारतम् — 12.220.117
Original
Segmented
महा-ऋषयः तुष्टुवुः अञ्जसा च तम् वृषाकपिम् सर्व-चराचर-ईश्वरम् हिमापहो हव्यम् उदावह् त्वरमाणः तथा अमृतम् च अर्पितम् ईश्वराय ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तुष्टुवुः | स्तु | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अञ्जसा | अञ्जसा | pos=i |
| च | च | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वृषाकपिम् | वृषाकपि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| चराचर | चराचर | pos=n,comp=y |
| ईश्वरम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हिमापहो | हिमापह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हव्यम् | हव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उदावह् | उदावह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वरमाणः | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तथा | तथा | pos=i |
| अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अर्पितम् | अर्पय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| ईश्वराय | ईश्वर | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| ह | ह | pos=i |